tag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post7986314561733861535..comments2023-11-05T18:19:51.693+05:30Comments on एक प्रयास: क्योंकि हाथ मे चाबु्क लेकर तो कोई भी मदारी बन सकता है …………vandana guptahttp://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-32505721036028087422013-03-30T13:28:17.520+05:302013-03-30T13:28:17.520+05:30बहुत सही व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभारबहुत सही व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभारRajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-9141096340943524382013-03-30T12:51:56.076+05:302013-03-30T12:51:56.076+05:30सटीक और बहुत सुन्दर....होली की हार्दिक शुभकामनाएं ...सटीक और बहुत सुन्दर....होली की हार्दिक शुभकामनाएं ।।<br />पधारें कैसे खेलूं तुम बिन होली पिया...<br />Pratibha Vermahttps://www.blogger.com/profile/09088661008620689973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-79575721817400669282013-03-30T10:50:26.242+05:302013-03-30T10:50:26.242+05:30@अनिता जी फिर भी उसे पता था वो भगवान है बस यहाँ मा...@अनिता जी फिर भी उसे पता था वो भगवान है बस यहाँ मापदंड स्थापित करने आया है ताकि दुनिया उस पर चल सके मगर हम क्या है ……सिवाय उसके हाथ की कठपुतली के चाहे जैसे नचा सकता है वो ……मैने जहाँ तक जाना है समझा है उसी के आधार पर कह रही हूं कि सब उसके चाहे से होता है चाहे वो अच्छे विचार हों या बुरे, शुभ कर्म हों या अशुभ, उसकी इच्छा के बिना तो पत्ता भी नही हिल सकता तो फिर हम क्या और हमारी हस्ती क्या और ये जो लिख रहे हैं आप और हम वो भी उसकी इच्छा से ही हो रहा है वो ही लिखवा रहा है मेरा तो ये ही मानना है ………बस मदारी नाच नचा रहा है हम सबको और आनन्द ले रहा है अकेला बैठे बैठे :)vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-14346077419717089862013-03-30T10:38:40.396+05:302013-03-30T10:38:40.396+05:30वन्दना जी, जब कान्हा इस दुनिया में आया तो उसके लिए...वन्दना जी, जब कान्हा इस दुनिया में आया तो उसके लिए भी वही मानदंड थे जो हमारे लिए हैं..यानि माया का आवरण उस पर भी था..ध्यान में गए बिना माया का पर्दा नहीं हटता, गीता में तो कृष्ण ने यह भी कहा है..वैसे बहुत आनंद आया आपकी इस बतकही को पढकर..Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-40511278976728634922013-03-30T06:57:16.654+05:302013-03-30T06:57:16.654+05:30भावपूर्ण...भावपूर्ण...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-19758331487875592402013-03-29T22:27:09.036+05:302013-03-29T22:27:09.036+05:30मोहन से मन ही मन जुड़ाव कितने प्रश्न खड़े कर देता ...मोहन से मन ही मन जुड़ाव कितने प्रश्न खड़े कर देता है ? गहन प्रस्तुति संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-60582690227514805052013-03-29T18:55:36.226+05:302013-03-29T18:55:36.226+05:30लडती हो झगडती हो ......... चाहती हो मैं आऊँ
इस नो...लडती हो झगडती हो ......... चाहती हो मैं आऊँ <br />इस नोक झोंक,मनुहार पर <br />मैं कृष्ण वारि वारि जाऊं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-30994337283379731382013-03-29T13:31:01.630+05:302013-03-29T13:31:01.630+05:30बाप रे बाप....क्या किसी ने अपने बनाने वाले से इतने...बाप रे बाप....क्या किसी ने अपने बनाने वाले से इतने सवाल जवाब किए होंगे..सिक्के के दोनो पहलू अपने पास भी रखता है...फिर कर्मों का लेखा जोखा कह कर पल्ला भी झाड़े लेता है...हे कान्हा सुन रहो हो न पुकार .बोलो अब क्या कहोगे..पता नहीं क्या जवाब मिले..कहेगा बार बार ये भी तु्म्हारे कर्मों का फल है..जब खुद अनेक होने का मन करे तो हो ले..फिर हमें में क्यों इतनी संवेदना डाल देता है....<br /><br />सटीक सवाल है..जाने कब इनका जवाब मिलेगा..क्योंकि जो बताई पद्धती है उसपर चलना हमारी सीमाओं से परे है...Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-40854428674052181382013-03-28T22:22:20.881+05:302013-03-28T22:22:20.881+05:30 सटीक और
सुंदर प्रस्तुति
बहुत बहुत बधाई
... सटीक और <br />सुंदर प्रस्तुति <br />बहुत बहुत बधाई<br /><br /> Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-18797448927187214362013-03-28T19:29:43.399+05:302013-03-28T19:29:43.399+05:30ये संसार झूठा है, नश्वर है लेकीन आपकी प्रस्तुति सत...ये संसार झूठा है, नश्वर है लेकीन आपकी प्रस्तुति सत्य है !jaisinghhttps://www.blogger.com/profile/05437229853307024565noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-10039822082754266372013-03-28T14:32:43.546+05:302013-03-28T14:32:43.546+05:30बहुत अच्छा भाव है ,अच्छा यह भी लगा कि जम्बुरे ने ...<br />बहुत अच्छा भाव है ,अच्छा यह भी लगा कि जम्बुरे ने मदारी को कठघड़े के खडा किया.<br />latest post<a href="http://vichar-anubhuti.blogspot.in/2013/03/blog-post_28.html#links" rel="nofollow"> हिन्दू आराध्यों की आलोचना</a><br />latest post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/03/blog-post_25.html#links" rel="nofollow"> धर्म क्या है ?</a><br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-22482150512978099112013-03-28T13:54:27.856+05:302013-03-28T13:54:27.856+05:30बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो...बहुत सुन्दर प्रस्तुति!<br />आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-<br />आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार के <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">चर्चा मंच-1198</a> पर भी होगी!<br />सूचनार्थ...सादर!<br />--<br />होली तो अब हो ली...! लेकिन शुभकामनाएँ तो बनती ही हैं।<br />इसलिए होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-59890594403432135942013-03-28T13:16:01.857+05:302013-03-28T13:16:01.857+05:30मुझसे तगड़ा भी है...सामने आता भी नहीं... मुझसे तगड़ा भी है...सामने आता भी नहीं... Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-40626888457034779102013-03-28T13:12:07.696+05:302013-03-28T13:12:07.696+05:30मुझसे तगड़ा भी है...सामने आता भी नहीं...मुझसे तगड़ा भी है...सामने आता भी नहीं...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4960090522240028181.post-76118709341952143152013-03-28T11:37:04.903+05:302013-03-28T11:37:04.903+05:30हर बार की तरह खूबसूरत रचना |हर बार की तरह खूबसूरत रचना |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.com