बताओ तो ज़रा किसका माखन चुराया है
किसकी हाँडी फ़ोडी है
किसके बछडे खोले हैं
किससे की बरजोरी है
ये आँखों की चकमक ,
ये होठों की मुस्कान
ये चेहरे पर दिखती शैतानियत चमक
सब बयाँ कर रही है
कि आज जरूर किसी गोपी के मन को फिर हरा है तुमने ..........मोहन!
बोलो सच है ना !!!!!!!
ले जा रही हूँ इस नटखट चितवन को अपने संग
ए ........एक बार मुझे भी रिझाओ न ऐसे ही !!!!!!!
इतना सोणा तुझे किसने बनाया जी करे देखती रहूँ …………
8 टिप्पणियां:
अन्तर में तो श्री कृष्ण जैसे सुन्दर और आदर्श की मूर्ति को हा बसाया जाता है।
बढ़िया पोस्ट!
bahut bahut pyari rachna .
.बहुत सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति आभार तवज्जह देना ''शालिनी'' की तहकीकात को ,
आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -४.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN लड़कों को क्या पता -घर कैसे बनता है ...
वाह, मनभावन..
जिसने सबको बनाया है उसे कौन बना सकता है
;)
:):)
वाह! क्या मनमोहक भावना को व्यक्त किया है आपने । शुभकामनाएँ । सस्नेह
जी करे देखती रहूँ …………वाह
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